मानसी की दुनिया

Monday, August 30, 2010

semiclassical song mansi sharma nagpur

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kathak mansi sharma dehradun 2009

at 4:08 AM No comments:

kathak tarana mansi sharma nagpur

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akhil bhartiya sanskrutik sangh pune (mansi sharma nagpur)

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thade rhiyo mujara song mansi sharma nagpur (dehradun 2008)

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akhil bharatiya sanskrutik sangh pune 2008 mansi sharma winner

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Energy 2010 Taabar Toli Dance Competition


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  • Dushyant joshi
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पापा की किताब पर मानसी शर्मा

पापा की किताब पर मानसी शर्मा
हिंदी और राजस्थानी के वरिष्ठ बाल साहित्यकार मेरे पापा श्री दीनदयाल शर्मा की राजस्थानी किताब "बालपणे री बातां" पर मैं मानसी शर्मा .......पापा की इस में किताब हम तीनो बहन भाइयों के संस्मरण हैं .......लेकिन मेरे संस्मरण इसमें हम सबसे ज्यादा हैं......आप पढेंगे तो बहुत मजा आयेगा.......मैंने तो इसे छपने से पहले भी कई बार पढ़ा है.......पापा मुझे अक्सर रात को कहानियां भी सुनाते हैं ...मैं भी कहानियां लिखती हूँ......चित्रकारी करती हूँ....... कार्टून बनाती हूँ.......पापा की हिंदी की एक किताब "नानी तूं है कैसी नानी " में 'जोकर' कविता पर एक चित्र भी बनाया है मैंने......

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